नोनहरा पुलिस ने मृतक सियाराम उर्फ़ जोखू के घर जाने से रोका पूर्व राज्यपाल द्वारा भेजे गए भाजपा नेताओं को

नोनहरा पुलिस ने मृतक सियाराम उर्फ़ जोखू के घर जाने से रोका पूर्व राज्यपाल द्वारा भेजे गए भाजपा नेता को
गाजीपुर के नोनहरा बीते 9 सितंबर को नोनहरा थाने में हुए कांड के बाद जिले में भाजपा की आए दिन भद पिटती हुई दिख रही है। ये भद भी भाजपानीत सरकार में ही पिट रही है और इसे रोकने में भाजपा के जिले के दिग्गज नेता भी असमर्थ दिख रहे हैं।
बीते दिनों नोनहरा कांड के बाद जिलाध्यक्ष के वायरल ऑडियो पर अपने ही कार्यकर्ताओं सहित चौतरफा विरोध झेलने के बाद अब एक बार फिर से भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस के चलते बैकफुट पर आना पड़ा है। अबकी बार कोई छोटा मोटा नाम नहीं बल्कि भारत सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री, राजस्थान के पूर्व राज्यपाल रह चुके दिग्गज कलराज मिश्र का भी नाम जुड़ा हुआ है। रविवार को पूर्व राज्यपाल द्वारा भेजे गए चेक को लेकर वहां पहुंचे उनके प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने मृतक सियाराम उपाध्याय के ही घर जाने से रोक दिया। चेक लेकर गए पूर्व राज्यपाल के भतीजे ओमकार मिश्र ने कहा कि पूर्व राज्यपाल ने फोन पर भी बात की, इसके बावजूद हमें मृतक के घर नहीं जाने दिया गया। ऐसे में हम वापस जा रहे हैं। बताया कि पूर्व राज्यपाल को घटना का पता चला तो वो व्यथित हो गए। इसके बाद उनके निर्देश पर 1 लाख रूपए की सहयोग राशि का चेक परिवार को देने के लिए भेजा गया। बताया कि जब हम सभी स्व. जोखू के घर जाने के लिए बढ़े तो पुलिस ने हमें ये कहकर रोक दिया कि आज आप वहां नहीं जा सकते। इसके बाद पूर्व राज्यपाल से वार्ता भी हुई। बताया कि प्रशासन के रोकने के बाद आखिरकार हमें लौटना पड़ा। भाजपा की ही सरकार में पूर्व राज्यपाल द्वारा भेजे गए भाजपा के ही नेताओं को जिले के गांव में जाने से पुलिस द्वारा रोकने के मामले की पूरे जिले में चर्चा बनी हुई है। वहीं विपक्षी दल इसके बाद पुनः भाजपा को निशाने पर लेने में जुट गए है। इस मौके पर पूर्व प्रदेश मंत्री रामतेज पांडेय, विद्यासागर आदि रहे,